कल तक रब को भूला था, अब नाम लगा है रटने
जब माल लगा है घटने, लगा कलेजा फ़टने तो खैरात लगी है बँटने
किशोर कुमार और महेन्द्र कपूर
पुरातन पोस्ट पत्रावली
जब माल लगा है घटने, लगा कलेजा फ़टने तो खैरात लगी है बँटने
किशोर कुमार और महेन्द्र कपूर
पुरातन पोस्ट पत्रावली
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